DeepSeek Has Links to Chinese Telecom - डीपसीक में मिला चाइनीज टेलीकॉम कंपनी का कोड, सिक्योरिटी को लेकर उठे सवाल

चाइना मोबाइल को अमेरिका सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते 2019 में देश में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया था। यह चीन की एक प्रमुख टेलीकॉम कंपनी है। अमेरिका सरकार ने इस टेलीकॉम ऑपरेटर और चीनी सरकार के संबंधों को लेकर चिंता जताई थी। इसके अलावा, 2021 में अमेरिका ने चीन मोबाइल में निवेश करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि इस कंपनी के चीनी सेना से जुड़े होने के प्रमाण मिले थे।

DeepSeek Has Links to Chinese Telecom

DeepSeek के स्रोत कोड में ऐसे प्रमाण पाए गए हैं जो इस लोकप्रिय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट को एक चीनी टेलीकॉम कंपनी से जोड़ते हैं, जिसे अमेरिका में प्रतिबंधित किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार एक साइबर सुरक्षा फर्म ने कोड का पता लगाया है, जो DeepSeek के वेब क्लाइंट पर दर्ज किए गए डेटा को चीन मोबाइल तक भेजने में सक्षम हो सकता है। 


यह कोड कथित तौर पर चीनी एआई चैटबॉट प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने और लॉगिन प्रक्रिया से संबंधित है, हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी कि वास्तव में DeepSeek डेटा भेज रहा है, लेकिन शोधकर्ता इस संभावना से इनकार भी नहीं कर सके।

DeepSeek के कोड में चीन मोबाइल से संबंध के संकेत

एक रिपोर्ट के अनुसार, DeepSeek के स्रोत कोड में ऐसा कोड मौजूद है, जो उपयोगकर्ताओं की लॉगिन जानकारी को चीन मोबाइल तक भेजने में सक्षम हो सकता है। इस रिपोर्ट को कनाडा स्थित साइबर सुरक्षा फर्म Feroot Security ने AP को प्रदान किया था। रिपोर्ट में कहा गया कि कई स्वतंत्र विशेषज्ञों ने इन दावों की पुष्टि की है।

गौरतलब है कि चाइना मोबाइल को अमेरिका सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते 2019 में देश में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया था। यह चीन की एक प्रमुख टेलीकॉम कंपनी है। अमेरिका सरकार ने इस टेलीकॉम ऑपरेटर और चीनी सरकार के संबंधों को लेकर चिंता जताई थी। इसके अलावा, 2021 में अमेरिका ने चीन मोबाइल में निवेश करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि इस कंपनी के चीनी सेना से जुड़े होने के प्रमाण मिले थे।

रिपोर्ट में इस कथित कोड के तकनीकी विवरण साझा नहीं किए गए हैं, लेकिन यह पता चला कि DeepSeek का एआई प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं की लॉगिन जानकारी और उनकी पूछताछ को सीधे चीन मोबाइल के सर्वर तक भेजने में सक्षम है।

TikTok से भी अधिक गंभीर मामला?

साइबर सुरक्षा फर्म ने यह भी बताया कि इस उजागर हुए कोड से यह पता चलता है कि DeepSeek का कनेक्शन TikTok से भी अधिक खतरनाक हो सकता है। TikTok को अमेरिका में कुछ घंटों के लिए प्रतिबंधित किया गया था, लेकिन बाद में इसे फिर से बहाल कर दिया गया।

Feroot के सीईओ इवान त्सारिन्नी ने बताया, "इसका प्रभाव बहुत व्यापक हो सकता है, क्योंकि इससे व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारी लीक हो सकती है। यह TikTok की तरह है, लेकिन बहुत बड़े स्तर पर और अधिक सटीकता के साथ। यह केवल मनोरंजन वीडियो साझा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें संवेदनशील व्यावसायिक और व्यक्तिगत जानकारी भी शामिल हो सकती है।"

रिसर्चर्स ने अब तक DeepSeek के मोबाइल एप्लिकेशन का विश्लेषण नहीं किया है, लेकिन संभावना है कि इसमें भी ऐसा ही कोड मौजूद हो सकता है। दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में DeepSeek का iOS एप अमेरिका में एप स्टोर (App Store) की "टॉप फ्री एप्स" सूची में पहले स्थान पर पहुंच गया था और इसने OpenAI को भी पीछे छोड़ दिया था।

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